मधुशाला साहित्यिक परिवार द्वारा प्रकाशित ई पुस्तक कलम चलने दो -2 का भव्य विमोचन बड़े हर्षोल्लास के साथ ऑनलाइन किया गया।
यह साझा संकलन मधुशाला साहित्यिक परिवार का कोरोना काल के दौरान तीसरा ई - साझा संकलन था।
मधुशाला परिवार के संस्थापक दीपेश पालीवाल ने बताया कि इस साझा संकलन में देश के 11 राज्यो से विभिन्न आयु वर्ग के 94 रचनाकार की रचनाओं को गुणवत्ता के आधार पर स्थान दिया गया है।इस संकलन में कविता , गीत , गज़ल, छन्द , मुक्तक , दोहा आदि विधाओं का समावेश है।
संकलन में प्रकाशित सभी रचनाकारों को मधुशाला काव्य गौरव सम्मान से सम्मनित किया गया। इस दौरान राम पांचाल भारतीय एवं भरत सोनी उन्मुक्त मौजूद रहे।
आभार हर्षित उपाध्यय ने व्यक्त किया।
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